शब्द का अर्थ
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					परिरंभ, परिरंभण					 :
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					पुं० [सं० परि√रभ् (मलना)+घञ्, मुम्] [सं० परि√रभ्+ल्युट्—अन] [वि० परिरंभित, परिरंभी] अच्छी तरह से गले लगाना। कसकर गले मिलना। गाढ़ अलिंगन।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
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					परिरंभ, परिरंभण					 :
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					पुं० [सं० परि√रभ् (मलना)+घञ्, मुम्] [सं० परि√रभ्+ल्युट्—अन] [वि० परिरंभित, परिरंभी] अच्छी तरह से गले लगाना। कसकर गले मिलना। गाढ़ अलिंगन।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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